सेंट्रल ब्‍लॉक, पहली मंजिल

बच्चों की गैलरी

संग्रहालय के बच्चों के सेक्‍शन में प्रदर्शित वस्तुएं इस बात का प्रमाण देती हैं कि सलारजंग – III को विस्‍तृत श्रृंखला की वस्‍तुएं एकत्रित करने की कितनी अधिक रुचि थी. उनके द्वारा बचपन में एकत्रित वस्तुएं भी इस गैलरी में देखी जा सकती हैं. इस सेकशन में प्रदर्शित वस्‍तुओं को देखने के लिए आनेवाले बच्चों को इनसे शैक्षिक जानकारी मिलती है.

इस गैलरी में दुनिया के विभिन्न भागों की कांस्य की आकृतियां, चीनी मिट्टी की वस्‍तुएं, संगीत- बक्स, संगमरमर की मूर्तियां और खिलौने अधिक संख्या में हैं. इस खंड में जापान से ‘गीशा गुड़िया’, इंग्लैंड से ‘चलती रेलगाड़ी’ और 'स्नो व्हाइट और सात बौने' से सात बौनों का एक जोड़ा जैसी उत्‍कृष्‍ठ वस्‍तुएं इस सेक्‍शन में देखी जा सकती हैं.

यह गैलरी न केवल युवाओं को आकर्षित करती है, बल्कि बुजुर्गों का भी ध्यान खींचती है. दर्शकों को आकर्षित करने के लिए खिलौनों से बने सैनिकों का एक बड़ा संग्रह है, जो द्वितीय विश्व युद्ध की उचित याद दिलाने के लिए रखा गया है. तोपखाने और पैदल सेना के अलावा, गैलरी में वायु सेना, टैंक और चिकित्सा कर्मचारियों का चित्रण करनेवाले खिलौने भी हैं.

हाथी, राइनो, बाघ इत्यादि जंगली जानवरों के कांस्य और धातु के उत्‍कृष्‍ठ मॉडल भी प्रदर्शित किए गए हैं. पालतू जानवरों के मिट्टी से बने मॉडल, कोरिया और जापान से साबुन-पत्थर की नक्काशी, मदर-ऑफ- पर्ल से सजाए गए सामान, धातु और चीनी मिट्टी के बर्तनों पर कुत्तों की विभिन्न नस्लों को चित्रित करनेवाली मूर्तियां भी गैलरी में देखी जा सकती हैं.